पूर्व NCB अफसर को मिली धमकी, जांच में जुटी पुलिस

पूर्व NCB अफसर को मिली धमकी, जांच में जुटी पुलिस
पूर्व NCB अफसर को मिली धमकी

मुंबईः पूर्व एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े को सोशल मीडिया के जरिए जान से मारने की धमकी मिली है। वानखेड़े ने मुंबई पुलिस को इसकी जानकारी दी है। वानखेड़े ने मुंबई पुलिस को दी गई शिकायत में जांच करने को कहा है। बताया गया है कि 14 अगस्त को ट्विटर अकाउंट बनाया गया और उसी के जरिए वानखेड़े को धमकी दी गई। 

समीर वानखेड़े ने मुंबई पुलिस को बताया कि उन्हें सोशल मीडिया के जरिए जान से मारने की धमकी मिली है। अपनी शिकायत में एनसीबी के पूर्व जोनल डायरेक्टर ने मुंबई पुलिस को बताया कि जिस अकाउंट के जरिए शिकायत दी गई है उसे 14 अगस्त को ही बनाया गया था।

ट्विटर अकाउंट से मिली है धमकी

अमन नाम के ट्विटर अकाउंट की ओर से मिले मैसेज में उसने लिखा कि "तुमको पता नहीं तुमने क्या किया है, इसका हिसाब तुमको देना पड़ेगा।" आईआरएस अधिकारी वानखेड़े ने बताया कि उसके बाद शख्स ने लिखा, "तुमको खत्म कर देंगे।" 

पुलिस ने दर्ज कर लिया वानखेड़े का बयान

सोशल मीडिया से मिली धमकी के बाद समीर वानखेड़े ने मुंबई के गोरेगांव पुलिस थाने में संपर्क किया। पुलिस ने इस मामले में समीर वानखेड़े का बयान वीरवार को दर्ज कर लिया था। इसके बाद अब गोरेगांव पुलिस एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया की जा रही है। वानखेड़े ने पुलिस को बताया कि जिस ट्विटर अकाउंट से धमकी मिली है, उस अकाउंट के जीरो फॉलोअर थे और संदेह है कि इस अकाउंट को धमकी देने के लिए ही बनाया गया था।

जाति प्रमाण पत्र के मामले में मिली क्लीनचिट

अभी हाल ही में समीर वानखेड़े को जाति प्रमाण पत्र के मामले में कास्ट स्क्रूटनी कमेटी से क्लीनचिट मिली थी। कास्ट स्क्रूटनी कमेटी ने 91 पेज के आदेश में उस दलील को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि वानखेड़े जन्म से मुसलमान हैं।

आर्यन ड्रग केस में फंसे थे समीर वानखेड़े

यह पूरा मामला पिछले साल तब सामने आया था जब वानखेड़े मुंबई में नारकोटिक कंट्रोल ब्यूरो के प्रमुख थे। वानखेड़े ने आरोप लगाया कि मलिक ने उस समय एक कैबिनेट मंत्री के रूप में अपने जाति प्रमाण पत्र का मुद्दा केवल इसलिए उठाया था क्योंकि उनकी टीम ने मलिक के दामाद समीर खान को ड्रग मामले में गिरफ्तार किया था। समीर की रिहाई के बाद मलिक ने ये आरोप लगाने शुरू कर दिए थे। साल 2021 के ड्रग क्रूज मामले में, जिसमें शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान का नाम भी शामिल था। इस मामले ने भी वानखेड़े विरोधी अभियान को और अधिक बल दिया। इस केस के बाद वानखेड़े को एनसीबी से हटा दिया गया था।