साल का पहला चंद्रग्रहण, 139 साल बाद बन रहा बेहद दुर्लभ संयोग, जाने कब से लगेगा सूतक

साल का पहला चंद्रग्रहण, 139 साल बाद बन रहा बेहद दुर्लभ संयोग, जाने कब से लगेगा सूतक

नई दिल्ली: सूर्य ग्रहण के बाद अब साल का पहला चंद्रग्रहण लगने वाला है। साल का पहला चंद्र ग्रहण अगले महीने की पांच तारीख को लगेगा। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ऐसा माना जाता है कि चंद्र ग्रहण तब लगता है जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है। शास्त्र के जानकारों की मानें तो इस बार चंद्रगहण तुला राशि पर लगने वाला है। यह चंद्र ग्रहण बेहद खास रहने वाला है क्योंकि ये ग्रहण 139 साल बाद बुद्ध पूर्णिमा पर लगने वाला है। हालांकि ऐसा कहा जा रहा है कि 05 मई को पड़ने वाला चंद्र ग्रहण एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा, जो भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। लेकिन यह चंद्र ग्रहण यूरोप, मध्य एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, अटलांटिक, हिंद महासागर और अंटार्कटिका जैसी जगहों पर दिखाई देगा। भारतीय समयानुसार, यह चंद्र ग्रहण इन देशों में रात 8 बजकर 44 मिनट से लेकर मध्य रात्रि करीब 1 बजकर 02 मिनट तक रहेगा।

वैज्ञानिक अर्थ

चंद्र ग्रहण तब होता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा संरेखित होते हैं इसलिए पृथ्वी दोनों के बीच आ जाती है और चंद्रमा कुछ समय के लिए पृथ्वी की छाया में चला जाता है।

गर्भवती महिलाएं रखें इस बातों का ध्यान

1. चंद्रग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए।
2. ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को खाना पकाने या खाने से बचना चाहिए।
3. गर्भवती महिलाएं भूलकर भी चाकू-कैंची या किसी भी धारदार चीज का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

क्या न करें

1. चंद्र ग्रहण के दौरान क्रोध न करें, क्रोध करने से अगले 15 दिन आपके लिए खतरनाक हो सकते हैं।
2. चंद्र ग्रहण के दौरान भोजन ग्रहण न करें। साथ ही पूजा पाठ करना भी वर्जित माना जाता है।
3. चंद्र ग्रहण के दौरान किसी भी सुनसान जगह या श्मशान भूमि के पास नहीं जाना चाहिए। इस दौरान नकारात्मक शक्तियां काफी ज्यादा हावी रहती हैं।
4. चंद्र ग्रहण के दौरान व्यक्ति को किसी भी नए काम की शुरुआत नहीं करनी चाहिए। माना जाता है कि ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा अधिक रहती है।
5. ग्रहण की अवधि में पति-पत्‍नी को शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए। ऐसा करने से आपके घर की सुख-शांति खराब हो सकती है।

चंद्र ग्रहण के दौरान क्या करें

1. चंद्र ग्रहण के दौरान सिर्फ भगवान के मंत्रों का जप करना चाहिए, जो कि दस गुना फलदायी माना जाता है।
2. चंद्र ग्रहण के बाद शुद्ध जल से स्नान करके, गरीबों का दान देना चाहिए।
3. चंद्र ग्रहण के बाद पूरे घर को शुद्ध करना चाहिए। ऐसा करने से घर की सभी नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती है।
4. ग्रहण के समय गायों को घास, पक्षियों को अन्न, जरूरत मंदों को वस्त्र दान देने से अनेक गुना पुण्य प्राप्त होता है।
यह ग्रहण रात 8 बजकर 44 मिनट से लेकर मध्य रात्रि करीब 01 बजकर 02 मिनट तक रहेगा। इस चंद्र ग्रहण की अवधि लगभग 04 घंटे 15 मिनट की होगी। साथ ही चंद्र ग्रहण तुला राशि में लगना जा रहा है और यहां चंद्रमा केतु की युति बन रही है। ऐसे में चंद्रमा की पहली दृष्टि मेष राशि पर होगी। इसलिए इस चंद्र ग्रहण से मेष और तुला राशि वालों को सावधान रहना होगा।