‘जननी सुरक्षा योजना अधीन’ 4552 गर्भवती महिलाओं को दी गई वित्तीय सहायता: DC Ghanshyam Thori

गर्भवती महिलाओं के सीधे बैंक खातों में डाले जाते है पैसे

‘जननी सुरक्षा योजना अधीन’ 4552 गर्भवती महिलाओं को दी गई वित्तीय सहायता: DC Ghanshyam Thori
‘जननी सुरक्षा योजना अधीन’ 4552 गर्भवती महिलाओं को दी गई वित्तीय सहायता

जालंधर, (वरूण) : मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधीन चलाई जा रही ‘जननी सुरक्षा योजना अधीन’ (जेएसवाई) में अप्रैल 2021 से मई 2022 तक जालंधर जिले में 30,63500 से 4552 गर्भवती महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान की गई है।

इसकी जानकारी डिप्टी कमिश्नर घनश्याम थोरी दी। उन्होंने बताया कि इस दौरान ब्लाक आदमपुर में 603 गर्भवती महिलाओं को 405900 रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है, जबकि बिल्गा में 366 गर्भवती महिलाओं को 269200 रुपए, जमशेर में 612 गर्भवती महिलाओं को 392300, जंडियाला में 337 गर्भवती महिलाओं को 234600, मेहतापुर में 729 गर्भवती महिलाओं को 510300, काला बकरा में 333 गर्भवती महिलाओं को 233100, करतारपुर में 375 गर्भवती महिलाओं को 256600 रुपये, शाहकोट में 353 गर्भवती महिलाओं को 246600 रुपये, बडापिंड में 205 गर्भवती महिलाओं को 143500 रुपये जालंधर शहरी में 619 गर्भवती महिलाओं को 3714000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है।

जिले में पूरी तरह लागू की जा रही यह योजनाः थोरी

उन्होंने कहा कि जिले में जननी सुरक्षा योजना पूरी तरह लागू की जा रही है। साथ ही बताया कि बीपीएल परिवार से संबधित 19 वर्ष से अधिक आयु की गर्भवती महिलाओं को सरकारी एवं निजी मान्यता प्राप्त स्वास्थ्य संस्थान में प्रस्व दौरान योजना का लाभ दिया जाता है। 

गर्भवती महिलाओं के सीधे बैंक खातों में डाले जाते है पैसे

उन्होंने आगे कहा कि योजना के अधीन ग्रामीण क्षेत्रों की गर्भवती महिलाओं को 700/- और शहरी महिलाओं को 600/- रुपए की वित्तीय सहायता सीधे उनके बैंक खातों में प्रदान किए जाते हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इस योजना के बारे में आम जनता में जागरूकता पैदा करने के निर्देश दिए ताकि अधिक से अधिक लाभार्थी योजना का लाभ उठा सकें।