डायबिटीज में खत्म न हो जाए आंखों की रोशनी,रखें इन बातों का ध्यान 

डायबिटीज में खत्म न हो जाए आंखों की रोशनी,रखें इन बातों का ध्यान 

Eye Care in Diabetes :  आजकल ड्राई आई सिंड्रोम (DES) की समस्या काफी कॉमन हो गई है. यह आंखों से जुड़ी एक ऐसी प्रॉब्लम है, जो पर्याप्त मात्रा में आंसू न बनने के कारण होती है. इसकी वजह से आंखें लाल होने लगती हैं, उसमें जलन महसूस होती है, कई बार धुंधला-धुंधला भी दिखता है. आंखों की इस समस्या का एक नहीं कई कारण है. उम्र बढ़ना, हॉर्मोनल बदलाव इस समस्या के काफी आम कारण हैं. हाल ही में हुई एक स्टडी के मुताबिक, डायबिटीज और ड्राई आई सिंड्रोम का भी संबंध है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ब्लड शुगर जब सामान्य से ज्यादा बढ़ता है, तब आंखों की रक्त वाहिकाओं पर असर डालता है. जिससे कई गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती हैं. यहां तक की आंखें कमजोर होने लगती हैं

डायबिटीज और ड्राई आई सिंड्रोम का क्या संबंध:

इस बात की पुष्टि कई अध्ययनों में हुई है कि डायबिटी और डीईएस का संबंध है. जर्नल डायबिटीज केयर में छपे एक अध्ययन के अनुसार, ऐसे लोग जो डायबिटीज से पीड़ित हैं, उनमें डीईएस की आशंका दूसरों की तुलना में ज्यादा होती है.  इस अध्ययन में करीब 1,000 लोगों को शामिल किया गया. जिसमें पाया गया कि डायबिटीज मरीजों की आंखों में आंसू कम बनते हैं या फिर उनके आंसुओं की गुणवत्ता में कमी आ जाती है. ब्लड शुगर लेवल जब ज्यादा होता है तो आंसू बनाने वाले ग्लैंड्स को नुकसान पहुंचता है. जिससे ड्राई आई सिंड्रोम की आशंका बढ़ जाती है.

डायबिटीज में इस तरह बचाएं आंखें:

1. अगर डायबिटीक को ड्राई आई सिंड्रोम की समस्या महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
2. चूंकि ब्लड शुगर लेवल का बढ़ना आंखों के लिए ठीक नहीं होता है. ये ब्लड वैसल्स को नुकसान पहुंचाते हैं. ऐसे में ब्लड शुगर कंट्रोल करने पर ध्यान देना चाहिए.
3. पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से आंखें और बॉडी हाइड्रेट रहती हैं और ड्राई आई सिंड्रोम का खतरा कम होता है.
4. लंबे समय तक स्क्रीन के सामने बैठते हैं तो डीईएस के लक्षण नजर आने पर फोन, लैपटॉप की स्क्रीन से ब्रेक लें. पलकों को झपकाना न भूलें.
5. यूवी किरणों से आंखों की ये समस्या और भी बढ़ सकती है. इसलिए आंखों को धूप से बचाना चाहिए.
6. धूम्रपान से डीईएस के लक्षण गंभीर हो सकते हैं. इसलिए शराब-सिगरेट से दूरी बनाएं.