DGP की बढ़ी मुश्किलें, हाईकोर्ट ने FIR दर्ज के दिए आदेश, जाने मामला 

DGP की बढ़ी मुश्किलें, हाईकोर्ट ने FIR दर्ज के दिए आदेश, जाने मामला 

कांगड़ाः हिमाचल हाईकोर्ट ने पुलिस महानिदेशक (DGP) संजय कुंडू की मुश्किलें बढ़ती हुई दिखाई दे रही है। दरअसल, हिमाचल हाईकोर्ट ने डीजीपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं। कोर्ट ने अब तक कारोबारी निशांत की शिकायत पर FIR नहीं होने पर नाराजगी जताई। साथ ही हाईकोर्ट ने पुलिस को निर्देश दिए कि कारोबारी निशांत के परिवार को पुलिस प्रोटेक्शन दी जाए। अब इस मामले की सुनवाई 22 नवंबर को होगी। इसमें कोर्ट देखेगा कि पुलिस ने अब तक इस मामले में क्या कार्रवाई की। दरअसल, हिमाचल से संबंध रखने वाले कारोबारी निशांत ने अपने परिवार की जान को खतरा बताते हुए डीजीपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रखी है। कोर्ट ने कारोबारी द्वारा ईमेल के माध्यम से भेजी शिकायत पर संज्ञान लेते हुए एसपी शिमला व एसपी कांगड़ा ने स्टेटस रिपोर्ट तलब की थी। दोनों जिलों के एसपी ने आज इसे कोर्ट में दाखिल कर दिया है।

इस दौरान कोर्ट ने संजय कुंडू पर कांगड़ा में एफआईआर करने के आदेश दिए। जाहिर है कि इससे डीजीपी कूंडू की मुश्किलें बढ़ेगी। अप्रैल 2024 में रिटायरमेंट से पहले संजय कुंडू नए विवाद में घिर गए हैं।वहीं मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने भी कारोबारी की शिकायत की जांच के निर्देश दे रखे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि संविधान से ऊपर कोई नहीं है। एफआईआर दर्ज करने से पहले कारोबारी की शिकायत देखी जाएगी। आरोप सही पाए गए तो नियमों के तहत कार्रवाई करेंगे। निशांत शर्मा ने SP शिमला को दी शिकायत में अपनी जान को खतरा बताया है। उन्होंने कहा कि डीजीपी कुंडू ने उनके खिलाफ छोटा शिमला थाने में झूठा मुकद्दमा दर्ज कराया है। ‌बकौल निशांत, डीजीपी ने उन्हें बार-बार फोन करके शिमला बुलाया।

इतना ही नहीं डीजीपी-एसएचओ पालमपुर ने भी उन्हें कई बार फोन किया और बोला कि डीजीपी ने शिमला बुलाया है। निशांत के अनुसार, वह आम नागरिक है। उनका ऐसा कोई विवाद नहीं है, जिसकी वजह से डीजीपी उन्हें बुलाएं। निशांत ने बताया कि नोएडा स्थित घर के आंगन में उन पर जानलेवा हमला हो चुका है। इसकी हरियाणा पुलिस जांच कर रही है। निशांत के अनुसार, हरियाणा में जो विवाद चल रहा है, वह हिमाचल के रिटायर ब्यूरोक्रेट के भाई से जुड़ा है। इसलिए उन्हें समझ नहीं आ रहा कि हिमाचल के डीजीपी ने उन्हें बार-बार मिलने क्यों बुलाया।

वहीं डीजीपी संजय कुंडू को कारोबारी ने धर्मशाला में हुए हमले के बाद शिकायत भेजी थी। डीजीपी ने इस शिकायत में इस्तेमाल शब्द को अभद्र व अपमानजनक बताते हुए 4 नवंबर को छोटा शिमला थाने में निशांत के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। डीजीपी द्वारा दी शिकायत में उन्होंने निशांत के आरोप मनगढ़ंत व व्यक्तिगत प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने वाले बताए, क्योंकि यह ईमेल अलग अलग अधिकारियों को भेजी गई है। डीजीपी की शिकायत के तीन दिन बाद निशांत ने भी एसपी शिमला को ईमेल करके शिकायत भेजी और डीजीपी पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की। निशांत ने मुख्यमंत्री को एक ओर शिकायत भेजकर संजय कुंडू को पद से हटाने की मांग की है। इसके पीछे तर्क दिया गया है कि सीनियर अधिकारी के पद पर रहते हुए निष्पक्ष जांच संभव नहीं है।