स्कूली बसों की जांच पर डीसी ने परिवहन विभाग से मांगी रिपोर्ट

स्कूली बसों की जांच पर डीसी ने परिवहन विभाग से मांगी रिपोर्ट

ब्लाइंड स्पॉट्स को दूर करने के लिए डीसी ने विभागों को दिए आवश्यक दिशा-निर्देश 

ऊना/सुशील पंडित: जिला स्तरीय रोड सेफ्टी समिति की बैठक आज उपायुक्त ऊना राघव शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुई, जिसमें उन्होंने स्कूली बसों की जांच पर परिवहन विभाग से रिपोर्ट मांगी। बैठक में डीसी ने कहा कि विभाग स्कूली बसें चलाने के लिए जरूरी सभी मापदंडों की अनुपालना सुनिश्चित करे और औचक निरीक्षण भी करे। उन्होंने परिवहन विभाग को नियमों की अवहेलना करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके अलावा डीसी ने यातायात नियमों की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए जागरूकता अभियान चलाने पर भी ज़ोर दिया। 

राघव शर्मा ने कहा कि जिला ऊना में 21 ब्लाइंड स्पॉट्स चिन्हित किए गए हैं, जिन्हें सुधारने के लिए संबंधित विभाग 15 दिन के भीतर कार्रवाई करें। आवश्यकता अनुसार क्रैश बैरियर तथा वाहनों की गति को कम करने के उद्देश्य से स्पीड ब्रेकर या रंबल स्ट्रिप लगाई जाएं। इसके अलावा मैहतपुर से झलेड़ा तक एनएच के बीच डिवाइडर में बने यू-टर्न के स्थानों को भी कम किया जाए, ताकि दुर्घटना की आंशका को टाला जा सके। 

उन्होंने बताया कि वर्ष 2017-18 में 292, वर्ष 2018-19 में 284, वर्ष 2019-20 में 267, वर्ष 2020-21 में 183, वर्ष 2021-22 में 215 में दुर्घटनाएं हुई। राघव शर्मा ने कहा कि यातायात नियमों की अवेहलना पर एक अप्रैल 2021 से 30 अप्रैल 2022 तक परिवहन विभाग ने 5823 चालान किए। उन्होंने कहा कि चिंतपूर्णी में इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमैंट सिस्टम (आईटीएमएस) लगाया जाएगा, जिससे ट्रैफिक नियमों की अवहेलना के चालान कैमरा स्वतः करेगा। उन्होंने परिवहन विभाग को अन्य स्थानों पर भी आईटीएमएस लगाने के प्रस्ताव विभाग के उच्चाधिकारियों को भेजने के निर्देश दिए। 

राघव शर्मा ने कहा कि दुर्घटनाओं में घायलों की मदद करने वाले नेक व्यक्तियों (गुड समारिटन) की पहचान की जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्तियों को पुरस्कृत किया जाएगा। बैठक में एसडीएम ऊना डॉ निधि पटेल, आरटीओ राजेश कौशल, अधिशाषी अभियंता राजेश तथा डीएसपी कुलविंदर सिंह सहित समिति के अन्य सरकारी व गैर सरकारी सदस्य उपस्थित रहे।