स्टूडेंट्स को बड़ी राहतः गर्मी की छुट्टियों में नहीं मिलेगा होमवर्क!

स्टूडेंट्स को बड़ी राहतः गर्मी की छुट्टियों में नहीं मिलेगा होमवर्क!

हरियाणाः गर्मी की छुट्टियों का इंतजार कर रहे छात्रों के लिए अच्छी खबर है, शिक्षा विभाग 1 जून से गर्मी की छुट्टियों का ऐलान करने वाला है। इसके लिए जल्द ही आधिकारिक नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया जाएगा। कोरोना महामारी के बाद से गर्मी की छुट्टियों में 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं चालू रहती थीं, लेकिन इस बार गर्मी में किसी भी कक्षा की क्लास नहीं लगेगी। हरियाणा शिक्षा विभाग इस बार प्राइमरी स्कूल के बच्चों को गर्मी की छुट्टियों में बड़ी राहत देने की तैयारी में है। मिली जानकारी के अनुसार, 1 जून से 30 जून की छुट्टी के दौरान इस बार प्राइमरी स्कूल के बच्चों को होमवर्क नहीं दिया जाएगा। शिक्षा विभाग ने कुछ पॉइंट्स तैयार किए हैं, जिसमें छात्रों के एक्सपीरियंस लर्निंग पर जोर दिया गया है। 

घर के लोगों से लर्निंग

प्राइमरी स्कूल के बच्चों को ये लर्निंग घर के सभी सदस्यों के साथ मिलकर करनी है, इसके साथ ही मोबाइल से दूर रहने के भी निर्देश दिए गए हैं. छुटि्टयों को 4 सेक्शन में बांटा गया है, जिसमें किचन के मसाले, फल-सब्जियों के नाम से लेकर खेल और खिलाड़ियों के बारे में जानकारी भी शामिल है।

सेक्शन-A 

  • घर के 10 सदस्यों के फोन नंबर याद करने हैं।
  • आम, नीम, जामुन की गुठलियों को उगाना सीखना है।
  • खेत में लगी सब्जियों की लंबाई नांपना है।
  • तरबूज के बीज निकालकर उनकी गिनती करनी है।
  • अपनी उम्र के अनुसार 3 पहेलियां याद करनी है।

सेक्शन-B

  • रसोई के मसालों, दाल और खाने की अन्य सामग्री की पहचान करना और उनके नाम लिखना।
  • घर के अंदर मौजूद सभी चीजों की लिस्ट बनाना।
  • रोज घर में कितने घंटे पंखे का इस्तेमाल होता है, इसकी जानकारी लेना।
  • खाना खाते समय फोन से दूरी बनाकर रखना।

सेक्शन-C

  • परिवार के साथ समय बिताना और दादा-दादी, नाना-नानी के साथ फैमिली ट्री बनाना।
  • दादा-दादी, नाना-नानी की सेवा व सम्मान करना, उनके पैर दबाना।
  • दादा-दादी, नाना-नानी के साथ खेलना और धार्मिक गीत, प्रार्थना और भजन सीखना। 
  • शादी में कौन सी मिठाई बनी थी, इसकी जानकारी लेना और वीडियो बनाना।
  • सुबह जल्दी उठना, बिस्तर ठीक करना।

सेक्शन-D

  • खेल और खिलाड़ियों के बारे में जानकारी जुटाना, अखबार से उनकी तस्वीरें एकत्र करना।
  • रोज कितने घंटे मोबाइल और फोन का इस्तेमाल किया, इसकी जानकारी।
  • घर से पार्क और मंदिर जाने के लिए कितने कदम चलते हैं, इसकी जानकारी एकत्र करना।
  • छुट्टी के दौरान की गई यात्राओं की जानकारी रखना।