मुर्शिदाबादः पश्चिमी बंगाल के मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब यहां एक के बाद एक 10 दुधमुंहे बच्चों की मौत हो गई। इनमें से 9 तो नवजात थे। फिलहाल दिल दहला देने वाली इस घटना की जांच के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया गया है। बच्चों की मौत के बाद से अस्पताल में अफरा-तफरी फैल गई है। अस्पताल के अनुसार बच्चों की मौत, कुपोषण, श्वसन संबंधी समस्याओं आदि के कारण हुई है।
मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल अमित दाऊ ने कहा कि इस बार बच्चों की मौत अलग-अलग कारणों से हुई। प्रिंसिपल ने कहा की तीन बच्चों की मौत मार्टिमा की वजह से हुई है जबकि एक की मौत रेस्पिरेटरी लो डिस्ट्रेस सिंड्रोम के कारण हो गई। जन्म के समय अत्यधिक कम वजन के कारण एक की मौत हो गई। जन्म के बाद एक बच्चे का वजन सिर्फ 400 ग्राम था। मृतक शिशुओं में से तीन का जन्म मेडिकल कॉलेज अस्पताल में हुआ था। बाकी दस को अलग-अलग अस्पतालों से रेफर किया गया था।
उन्होंने कहा कि डोमकोल और लालबाग सब डिविजनल अस्पताल से भर्ती किये गए बच्चों को बचाना संभव नहीं है। इनमें से एक बच्चे की मौत अजमा की वजह हुई है। इसके अलावा एक की मौत जन्म में गड़बड़ी के कारण हुई। वहीं अस्पताल में हो रही लगातार मौत की जांच के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की 3 सदस्यीय जांच कमेटी बनाई गई है। टीम शुक्रवार को अपना रिपोर्ट सौंपेगी। हालांकि अस्पताल की तरफ से बताया गया है कि 10 पहले जो मौतें हुई हैं वो बुनिया सुविधाओं की अभाव की वजह से हुई थी।