आरोपः पार्टनर्स ने बिल्डर और बैंक की मिलीभगत से करोड़ों रुपए के शेयरों का किया गबन

आरोपः पार्टनर्स ने बिल्डर और बैंक की मिलीभगत से करोड़ों रुपए के शेयरों का किया गबन

मोहाली/रवि शर्माः सेक्टर-90 में फैशन टेकनॉलोजी पार्क के नाम से बनाए जा रहे मैगा प्रोजेक्ट के तीन में से दो पार्टनर्स ने अपने तीसरे पार्टनर के साथ धोखाधड़ी कर उसका शेयर हड़पने के लिए एक बिल्डर तथा बैंक अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर करीब 6 करोड़ 63 लाख रुपये के चैक अपने ही खातों में कैश करवा लिए। इसका पता शिकायतकर्ता को तब चला जब बैंक जाकर पता किया। वहां पर बताया गया कि आपका तो कोई खाता ही नहीं है। यह बात फेज-1 निवासी प्रितपाल सिंह मान ने कही। उन्होंने बताया उनके पिता हरदियाल सिंह मान, गुरशरन बतरा तथा सुमेश चावला की तरफ से मिलकर सेक्टर-90 में फैशनल टेकनॉजी नाम से एक प्रोजेक्ट शुरू किया गया था।

कुछ समय बाद उनके पिता को उनके दो पार्टनर्स गुरशरन बतरा और सुमेश चावला ने कहा कि प्रोजेक्ट नुकसान में जा रहा है। इसलिए अभी इसे बेच देते हैं ताकि कुछ भरपाई हो सके। जिसपर वो मान गए। ऐसे में दोनों पार्टनर्स ने मोना टाउनशिप के बिल्डर्स तेजिंदर पाल सेतिया, हिमानी सेतिया, सागर सेतिया और आकाश सेतिया को यह प्रोजेक्ट बेच दिया। इस प्रोजेक्ट को बेचने के लिए एक पार्टनर का हिस्सा करीब 6 करोड़ 63 लाख रुपये बनता था। दोनों ने कहा कि एक एक ज्वाइंट अकाउंट खुलवा कर सारे पैसे उसमें रखेंगे और जब कंपनी का सारा काम खत्म हो जाएगा तो पैसे आपस में बांट लेंगे। इसलिए भी वो राजी हो गए। लेकिन दोनों पार्टनर्स ने मिलीभगत कर उनके हिस्से के 6 करोड़ 63 लाख रुपये अपने खाताें में कैश करवा लिए। 

बैंक जाकर पता किया तो उनके नाम का खाता ही नहीं था

हरदियाल मान के बेटे प्रितपाल सिंह मान ने बताया कि जब उन्हें बाहर से कुछ बाते पता चलने लगी कि उनके साथ धोखा हो रहा है, तो उन्होंने जाकर बैंक में पता किया। उन्हें बताया गया था कि आईसीआईसी बैंक में खाता खोला है। लेकिन वहां जाकर पता चला कि उस बैंक में खाता नहीं था। फिर पता चला कि एचडीएफसी बैंक में खाता खोला है। वहां गए तो पता चला कि हरदियाल मान के नाम से खाता नहीं है बल्कि अन्य दोनों पार्टनर्स का खाता है। साथ ही बैंक ने अकाउंट स्टेटमेंट देने से भी मना कर दिया।

फिर उन्होंने अपने तौर पर जांच करते हुए अकाउंट स्टेटमेंट निकलवाई तो पता चला कि दोनों पार्टनर्स ने मोना टाउनशिप के बिल्डर से पैसे लेकर अपने खातों में चैक कैश करवा लिए। साथ ही वो सारा पैसा वापस मोना टाउनशिप के खाते में चला गया। प्रितपाल सिंह मान ने बताया कि ऐसा करके दोनों पार्टनर्स ने बैंक अधिकारियों और बिल्डर के साथ मिलकर उनके साथ ठगी की है। प्रितपाल ने बताया कि वर्ष 2021 में इस सदमे के कारण उनकी माता का देहांत हा गया और वर्ष 2022 में उनके पिता भी अपने नुकसान और अपनी पत्नी के गम में स्वर्ग सुधार गए।

पुलिस को दी शिकायत लेकिन कोई कार्रवाई नहीं 

प्रितपाल सिंह मान ने बताया की उनके पिता की मौत हो गई। जिसके बाद उन्होंने डीआईजी रोपड़ रेंज गुरप्रीत सिंह भुल्लर को शिकायत दी थी जिसकी जांच एसपी नवरीत विर्क को सौंपी गई थी। वहां पर उनके बयान भ दर्ज हुए और आरोपियों को नोटिस भेज तथा फोन कर पुलिस ने बुलाया भी था। लेकिन उसके बाद से अब आगे कोई कार्रवाई नहीं हुई है। प्रितपाल ने कहा कि इस मामले को पूरी तरह से दबाने का प्रयास किया जा रहा है। इस मामले को लेकर जब गुरशरण बतरा, सुमेश चावला और हिमानी सेतीया से संपर्क किया तो उनसे संपर्क नहीं हो सका। यदि वह अपना पक्ष रखना चाहते है तो दस्तावेजों के आधार पर अपना पक्ष रख सकते हैं। जिसे प्रमुखता से प्रकाशित किया जाएगा।