कोल्ड स्टोरेज गिरने से 10 की मौत, रेस्कयू जारी, मालिक के खिलाफ FIR दर्ज, देखें वीडियो

कोल्ड स्टोरेज गिरने से 10 की मौत, रेस्कयू जारी, मालिक के खिलाफ FIR दर्ज, देखें वीडियो

संभलः उत्तर प्रदेश के संभल में शुक्रवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां चंदौसी में एक कोल्ड स्टोरेज भरभराकर गिर गया। जिसके मलबले में कई मजदूर फंस गए। हादसे में अबतक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने 11 लोगों को रेस्क्यू कर लिया है। मलबे से निकाले गए 6 लोगों की हालत सामान्य है, जबकि 5 घायलों का हायर सेंटर हॉस्पिटल में इलाज जारी है। वहीं, कोल्ड स्टोर दो मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टीमों का गठन किया गया है। डीआईजी रेंज शलभ माथुर ने बताया कि अभी भी रेस्क्यू जारी है। तीन लोग मिसिंग बताए जा रहे हैं। पूरा प्रशासनिक अमला मौके पर मौजूद है।

जानकारी के मुताबिक कोल्ड स्टोरेज ओवरलोड हो गया था. जिसके चलते आलू की बोरियां अचानक गिर गईं। जिससे दीवार टूटी और पूरी इमारत ध्वस्त हो गई। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। आनन-फानन में पुलिस-प्रशासन को घटना की जानकारी दी गई। मौके पर बड़ी संख्या में फोर्स पहुंची और स्थानीय लोगों की सहायता से राहत बचाव कार्य शुरू किया गया। साथ ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को भी मौके पर बुलाया गया था। मुरादाबाद रेंज डीआईजी शलभ माथुर ने बताया कि बचाव कार्य लगातार जारी है। कुल 11 लोगों को रेस्क्यू किया गया गया है. इसमें 10 लोगों की मौत हो चुकी है।

पुलिस उप महानिरीक्षक सलभ माथुर ने जानकारी देते हुए बताया कि शाम तक 11 लोगों को बचा लिया गया। बचावकर्मी अभी भी दूसरों को सुरक्षित निकालने के लिए काम कर रहे हैं। वहीं जिलाधिकारी मनीष बंसल ने बताया कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन के कर्मी राहत और बचाव अभियान चला रहे हैं। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से तत्काल राहत और बचाव कार्य करने के निर्देश जारी किए थे। सीएम कार्यालय ने ट्वीट किया, "संभल के चंदौसी जिले में कोल्ड स्टोरेज में हुए हादसे को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला प्रशासन के अधिकारियों, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमों को मौके पर पहुंचकर तत्काल राहत और बचाव कार्य करने का निर्देश दिया।"

मुख्य चिकित्सा अधिकारी तरन्नुम रजा ने न्यूज एजेंसी को बताया कि घायलों की मदद के लिए 15-20 एंबुलेंस और आधा दर्जन से अधिक डॉक्टर मौके पर मौजूद हैं। ऑक्सीजन सिलेंडर की भी व्यवस्था की गई है। अधिकारियों ने बताया कि मलबा हटाने के लिए छह मशीनों को लगाया गया है। डीआईजी ने बताया कि अभी भी अंदर फंसे कुछ लोग चिल्लाकर बचाव दल को सतर्क कर रहे हैं। कोल्ड स्टोरेज में अमोनिया गैस सिलेंडर होने के कारण बचाव कार्य करते समय अतिरिक्त सावधानी बरती जा रही है। देर रात तक चलने वाले अभियान के लिए अतिरिक्त रोशनी की व्यवस्था की गई है।