
नई दिल्ली. केंद्र की मोदी सरकार द्वारा बीते मानसून सत्र में पास किए गए तीन कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए दिल्ली कूच करने वाले किसानों को हरियाणा और दिल्ली की सीमा पर ही रोका जा रहा है. बुधवार को पुलिस कार्रवाई के दौरान उन पर वाटर कैनन का इस्तेमाल भी किया गया. अब इस पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि शांति पूर्ण प्रदर्शन करने आ रहे किसानों को रोकना नहीं चाहिए था.
केजरीवाल ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा- ‘केंद्र सरकार के तीनों खेती बिल किसान विरोधी हैं. ये बिल वापिस लेने की बजाय किसानों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने से रोका जा रहा है, उन पर वॉटर कैनन चलाई जा रही हैं. किसानों पर ये जुर्म बिलकुल ग़लत है. शांतिपूर्ण प्रदर्शन उनका संवैधानिक अधिकार है.’
वहीं गुरुवार को कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली जाने के लिए अंबाला (हरियाणा) के पास शंभू बॉर्डर पर इकट्ठा हुए किसानों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे.
गौरतलब है कि बुधवार को हरियाणा पुलिस ने किसानों को दिल्ली पहुंचने से रोकने के लिए अंबाला और कुरुक्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग पर पानी की बौछारों का भी उपयोग किया. भाजपा शासित हरियाणा ने किसानों के ‘दिल्ली चलो मार्च’ के मद्देनजर पंजाब के साथ अपनी बस सेवा बुधवार से तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दी है.