
फगवाड़ा (रमेश सरोया) पंजाब भर के किसानों की तरफ से केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ तीन कृषि कानून वापिस लेने के लिए किये जा रहे संघर्ष को समर्थन देते हुए फगवाड़ा के रामगढिय़ा कालेज आफ एजुकेशन के अध्यापकों ने किसानों के समर्थन में आगे आकर आज केंद्र सरकार द्वारा बिना किसानों को विश्वास में लिये लागू किये कठोर कानूनों को गलत बताते हुए रोष प्रकट किया। पंजाब फेडरेशन आफ यूनिवर्सिटी एंड कालेज टीचर्ज आर्गेनाइजेशन (पी.एफ.सी.टी.सी.ओ.) के दिशा निर्देशानुसार कालेज के पंजाब एंड चंडीगढ़ कालेज टीचर्ज यूनियन (पी.सी.सी.टी.यू.) ने पंजाब के किसानों के साथ इकजुटता प्रकट करने के लिए दोपहर 12.00 बजे से दोपहर 2.00 बजे तक दो घंटे धरना दिया। पी.सी.सी.टी.यू. कपूरथला के जिला प्रधान डा.योगेश शर्मा ने कहा कि केंद्र के कृषि कानून न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रणाली को खत्म करने का रास्ता साफ करेंगे, जिससे किसानों को बड़े कॉर्पोरेट घरानों की दया पर छोड़ दिया जायेगा। बहुराष्ट्रीय कंपनियां किसानों की जमीनें हथियाने तथा उन्हें कर्ज में डुबोने के लिए तैयार हैं। किसान भाईचारे के साथ इस अन्याय को कोई भी पंजाबी स्वीकार नहीं करेगा। केंद्र सरकार को पंजाब के हालात समझने चाहिए और इन किसान विरोधी कानूनों को रद्द करना चाहिए। इस अवसर पर श्रीमती बलजीत कौर बुट्टर, डा. मोना विज, श्रीमती हरप्रीत कौर के अलावा अन्य सहायक प्रोफेसरों ने भी इस विरोध प्रदर्शन में भाग लिया।