
ऊना/सुशील पंडित। ऊना मुख्यालय के साथ विश्राम गृह में राष्ट्रीय इंटक के संगठन सचिव सहित प्रदेश इंटक महासचिव एवं जिला अध्यक्ष कामरेड जगत शर्मा एवं इंटक के प्रदेश उप सचिव एवं ऊना जिला के इंचार्ज कामरेड करनैल सिंह ने 25 नवंबर को सार्वजनिक क्षेत्र बचाओ देश बचाओ किसान बचाओ के रूप में मनाया और साथ मे उन्होंने विश्राम गृह में जिला इंटक के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ मीटिंग की। कोविड-19 को देखते हुए केवल वरिष्ठ साथी ही बैठक में शामिल हुए और 26 नवंबर को चार-पांच साथियो ने उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को मांगों के समर्थन में एक ज्ञापन प्रेषित किया।
जिसमें केंद्र की मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों मजदूर कर्मचारी और किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद किया।जय जवान जय किसान के नारे लगाए। उनकी प्रमुख मांगे सभी श्रमिक कानूनों अधिकारियों को बहाल किया जाए 3 किसान विरोधी बिल को तुरंत वापस लिया जाए मोदी सरकार द्वारा ट्रेड यूनियनों का दमन बंद किया जाए। रेल बैंक डिफेंस कोयला इत्यादि सभी सरकारी क्षेत्रों में निजीकरण बंद किया जाए।
सरकार सार्वजनिक क्षेत्र में ठेकेदारी आउटसोर्सिंग तथा अनुबंध व्यवस्था को तुरंत खत्म किया जाए । 8 घंटे की बजाय 12 घंटे काम करवाने का नियम खत्म किया जाए अन्यथा 4 घंटे का ओवरटाइम दिया जाए ।सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार 18000 न्यूनतम वेतन दिया जाए। सभी सरकारी व सार्वजनिक क्षेत्रों में पहले की तरह नौकरियां दी जाए और करोड़ों में बढ़ रही बेरोजगारी को तुरंत बंद किया जाए ।चतुर्थ श्रेणी आंगनवाड़ी आशा वर्कर मिड डे मील वर्कर आदि को पक्का किया जाए ।आसमान को छू रही महंगाई को तुरंत रोका जाए।