
जालंधर कैंट (गुलाटी)। दिन-प्रतिदिन कुत्तों की बढ़ती संख्या से कैंट में आवारा कुत्तों का भय बढ़ता ही जा रहा है और इन कुतों के भय से छुटकारा मिलने की कोई संभावना अभी तक दिखाई नहीं पड़ रही है। आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या कैंट में सुबह सैर करने वाले लोगों के लिए अधिक खतरनाक साबित हो रही है। बिना हाथ में छड़ी लिये बाहर निकलना न-मुमिकन सा होता जा रहा है। रात और सुबह के समय कुत्तों के झुंड एकत्र होकर चौराहों पर बैठ जाते है और आने-जाने वाले लोगों को अपना शिकार बनाते है। इन कुत्तों से सबसे अधिक भय छोटे बच्चों व बुर्जगों को बना रहता है और अक्सर यह उनको ही अपना शिकार बनाते है। हालांकि प्रशासन इनको पकड़ने की कोशिश में कभी कभार कार्य जरुर करता है लेकिन स्थाईतौर पर इनका कोई हल अभी तक नहीं निकाल पाया है। अगर इन बढ़ते आवारा कुत्तों की संख्या पर काबू न पाया गया तो आने वाले समय में गली मोहल्लों व बाजारों हर ओर कुत्ते ही कुत्ते दिखाई देने की बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता।